Saturday, 11 January 2020

कायरो के लिये कोई जमीन नजी होती

कायरो के लिये 
कोई ज़मीन नही होती,..?
न कायरो कही इज्ज़त,..
अहिंसा परमो धर्म,
सच है पर है 
परलोक मे,..
जो हाथ पसारे
तो दूध पिला,..
जो भाषा शास्त्र की
समझे वही समझा
जो बात मिटाने की करे
तो शस्त्र उठा,..
तू कायर की सन्तान नही
तू अपना धर्म निभा,..
वो सोये शेर को छेड़ रहा
तू अपना पराक्रम दिखा,..

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