मैं ढूंढ़ रहा हूं
अपने आपको,...
तुम भी ढूंढ रहे हो
क्या अपने आपको,..
खोजना क्या जमाने में
अपने आपको,..१
खो जाओ खुद में
मिल जाओगे खुद
अपने आपको,..
बनाना है तो बना
हमसफर अपने आपको,..
बाहर क्या ढूंढता हैं
तू अपने आपको,..२
खुद रब भी रखता हैं
छुपाकर अंहद
अपने आपको,..
यू न थका बेकार
अपने आपको,..
कर स्वीकार
अपने आपको,..३
न किसी से तोल
अपने आपको,..
सबने समझा बेकार
अपने आपको
तू न समझ बेकार
अपने आपको
बना ब्रह्मशस्त्र हथियार
अपने आपको,.४
बना भेद का भेदन
अपने आपको
मैं ढूंढ़ रहा हूं
अपने आपको
तुम भी ढूंढ़ रहे हो
क्या अपने आपको,..५
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