यहाँ समान बदला जायेगा
वहाँ मकान बदला जायेगा
कुछ नही समान अपना,..
हर अरमान कुचला जायेगा
न लगा दिल अपना
हर चेहरा बदल जायेगा
यहाँ समान बदला जायेगा,...
वहाँ मकान बदला जायेगा,..
दो दिन का सफ़र-हमसफ़र
हर दिलदार यही रह जायेगा
न चमका मिट्टी को हरिहर
ये टिकरा यही मिटा जायेगा
यह समान बदला जायेगा,...
वहाँ मकान बदला जायेगा,...
कर ले यहाँ सब भागदौड़
तू अकेला ले जाया जायेगा
हो भले तू बढ़ा फ़ौजदार
वहाँ तुझे दौड़ाया जायेगा
यहाँ समान बदला जायेगा,...
वहाँ मकान बदला जायेगा,...
हुंकार से तेरी हिलै हो किले
अब तेरा किला डाया जायेगा
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