Thursday, 26 December 2013

स्वामी हरिहर

 देश वेष और परिवेष ही हमारी पहिचान है।....स्वामी हरिहर


अगर आप चाहते हैं गंगा यूं ही बहती रहे अविरल ..

..और उसे पवित्र रखा जाय ...तो आप हमारे हैं ..और हम आपके हैं ......बस इतना ही नियम और संगम है हमारा ...
आप आपनी प्रोफाइल से अधिक से अधिक संख्या मैं सभी मित्रो को जोड़े ताकि गंगा मईया के इस आन्दोलन मैं आप अपनी भूमिका अहम् बना सके कम से कम हर एक व्यक्ति १०० लोगो को इस अभियान मैं जोड़े ताकि वो गंगा माँ के आन्दोलन मैं अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके............स्वामी हरिहर

ganga andolan (mission harihar)